Monday 29 October 2018
शनि देव को प्रणाम और नमस्कार कैसे करें
कुछ लोग शनिदेव के समक्ष खड़े होकर दोनों हाथों से प्रणाम करते हुए अनजाने में प्रार्थना करते हैं कि यह शनिदेव आप अपनी कृपा दृष्टि हम पर बनाए रखना ऐसा बोल कर भी नहीं करना चाहिए क्योंकि सनी देओल की वक्र दृष्टि जिस पर पड़ जाती है उसका तो अनर्थ हो जाता है शनिदेव तो स्वयं ही अपने दोस्त छुपा कर रखते हैं शनि मंदिर में सूर्य देव को दोनों हाथ जोड़कर नमस्कार करने की जगह अपने दोनों हाथ जोड़कर नमस्कार शनि देव को दोनों हाथ जोड़कर नमस्कार या प्रणाम करने की जगह अपना सिर और धड़ शनिदेव के आगे झुकाते हुए दोनों हाथ कमर के पीछे ले जाकर उनको बांधकर नमन करना चाहिए दोनों हाथों को जोड़कर नमस्कार करने का अर्थ है या तो आप किसी का स्वागत करें अथवा उसको अपने यहां से विदा कर रहे हैं इसलिए शनि देव को दूर नहीं करना चाहिए शनि देव को किस मंत्र से प्रणाम करना चाहिए नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम छाया मार्तंड शंभू तम तम नमामि शमीशान
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