Wednesday 10 October 2018

इज़्ज़त हर नारी का अधिकार

एक बार रात के अंधेरे में चार दोस्त शराब पीते हुए गाड़ी के पास बैठे थे
वह चारों उस अंधेरे में आने जाने वाली हर लड़की को छेड़ रहे थे उसको तंग कर रहे थे गाली गलौज कर रहे थे किसी का हाथ पकड़ रहे थे इस प्रकार से उस रास्ते पर लड़कियों का आना-जाना दुश्वार हो गया था
समय बीतता गया और यह सिलसिला हमेशा की तरह चलता गया और लड़कियां उस रास्ते पर जाने से डरती थी और वह चारों मनचले लड़के हमेशा शराब पी के हर एक लड़की के साथ बदसलूकी किया करते थे
एक रात कुछ ऐसा हुआ कि एक लड़की मुंह पर दुपट्टा बांधे हुए जा रही थी तो पहले दोस्त ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोला अरे जानेमन कहां जा रही हो तभी दूसरे ने कहा रे मेरी जान रुको तो सही तभी तीसरे ने कहा रहे हो जानेमन अपना दुपट्टा तो ऊपर करो
तभी चौथे दोस्त ने आकर उस लड़की के मुंह से दुपट्टा हटा दिया और देखते ही देखते वह आश्चर्यचकित हो गया क्योंकि वह लड़की कोई और नहीं कुछ लड़के की सगी बहन थी
अब जब वह तीनों दोस्त उस लड़की को छेड़ रहे थे तो तोता दोस्त जो उसका सगा भाई था वह रोने लगा और अपने पहले वाले दोस्तों से हाथ जोड़ने लगा कि छोड़ दो इसको यह मेरी बहन है तब उसको समझ में आई कि बहन अपनी हो या किसी की हमेशा सबकी इज्जत करना चाहिए क्योंकि इज्जत हर नारी का अधिकार होता है

No comments:

Post a Comment