Friday 28 September 2018

एक सन्त ने अपने मन्दिर में ही अपने भगवान को दिया सबसे बड़ा धोखा

एक बार एक गांव में एक सन्त रहता था जिसका नाम हड़पी राम जी था उन्होंने एक बार आक लड़के से मिले तो उन्होंने उस लड़के से कहा कि क्या आप मेरे चेला बनना पसन्द करोगे तो उस लड़के ने उनके सामने ही पूरी तरह से मना कर दिया पर क्या करे इनके मारे में तो कहना भी गुना समान था क्योंकि इनका स्वभाव कुछ ऐसा ही था जिसके कारण किसी की भी हिमत नही होती कि हम क्या करे पर उनका इतना प्रकोप था कि पूरा गांव उनसे राजा की तरह कापते थे पर वो सन्त बाहर से कठोर ओर अंदर से कोमल थे वो हमेशा भगवान की भक्ति में लगे रहते थे अब इन सन्त का बुढापा आना जायज था पर उनको अब धीरे धीरे चेले की आवश्यक महसूस होने लगी और वो एक दिन व से निकल जाते है चेले को खोजने के लिए उनको चेले को टूटते हुए लगभग चार महीने हो जाते है और उन्हें उनकी सपलता मिल ही जाती है अब आप को इस बात पर विचार करना चाहिए या एब्स विचार आना चाहिए कि वो सन्त चार मिहिने में कितने गांव व किलोमीटर तक गुमते रहे होंगे जिसके कारण उन्हें सपलता मिली अब में आपको बताता हो कि उन सन्त ने टोटल 1000 गांव वे 20000 किलोमीटर का भृमण किया था अब उन सन्त को ऐसा चेला मिला कि जो बहुत बदमास था अब आप उसकी बदमासी का अंदाजा तक नही लगा सकते है
चेला
एक दिन की बात है कि वो चेला किसी काम से बाहर जाता है और व जाते समय बारिश आ जाती है जिसके कारण चेला भीग जाता है अब चेले के मन मे विचार आता है कि रोज रोज सन्त अपने से काम करवाता है आज तो में इसका इलाज करके ही रहूँगा तो उस चेले ने कुटिया में आकर के सो जाता है और ऐसे करते हुए उसे शाम का समय हो जाता है तब सन्त उसे बुलाते हैं तो वो बोलता तक नहीं तभी सन्त उसके चेले के पास जाता है और उसे शाम का भोजन बनाने का बोलता है तो चेला सन्त को कहता है कि आपने मेरे को दिन के समय बाहर भेजा था तो उस समय बारिश आई और उस मै पूरी तरह से भीग गया था जिसके कारण मुझे बहुत तेज बुखार आ रहा आज का खाना तो आपको ही बनाना पड़ेगा तो सन्त बहुत टेंसन में आ जाता है पर आखिरकार खाना तो सन्त को ही बनाना पड़ता है और वो चेला अपनी चालाकी में सफल होता है.

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